7 अग॰ 2010

आज की बात

बारिश में हम खूब खेलते थे पर आज बचंचे स्कूल की किताबो में, होमेवोर्क निपटाने में व्यस्त हैं। या फिर टीवी में चिपक हैं। अपनी बात कहने और लिखने में आज क बच्चे न तो रूचि दिखाते हे न ही इस और किसी का ध्यान हे। आने वाला कल केसा होगा? जरा सोचिये!