धन्यवाद आदरणीय पाठकों! मित्रों और शुभ चिन्तकों !
धन्यवाद सम्मानित प्रकाशक श्वेतवर्णा प्रकाशन !
दिसम्बर में अग्रिम-आदेश और उसके तीन माह में बिक्री का साफ-सुथरा आँकड़ा ,चैक सहित का मुझे भिजवाने का प्रकाशक को धन्यवाद !
मेरे लिए 4 अंकों की रॉयल्टी इतनी अहम् नहीं है जितना पाठकों का इस पुस्तक का स्वागत किया जाना ।
प्रकाशक ने किताब छापने का बीड़ा उठाया । 15 मानद प्रतियाँ दीं । एक मुश्त रकम पारिश्रमिक भी । और बीते वित्तीय वर्ष पुस्तक बिक्री का ब्यौरा , रायल्टी सहित !
जहाँ कई प्रकाशक मुफ़्त में लेखकों से लिखवा रहे हैं । लेखकों की रचनाओं से पत्रिका - पुस्तकें छापकर सम्मान - पुरस्कार - विज्ञापन बटोर रहे हैं वहीं कई प्रकाशकों ने लेखक - पाठकों के मध्य सेतु का काम भी किया है।
( अभी स्पष्ट पारिश्रमिक / रायल्टी की सूचना देना उचित नहीं है। यह लेखक - प्रकाशक का निजी मसअला है। लेकिन यह पाठकों के भरोसे से ही संभव है। )
आप चाहें तो किताब मँगा सकते हैं-
Vaah
जवाब देंहटाएंshukriyaa.
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