24 जुल॰ 2012

_________ 'पहाड़'...-मनोहर चमोली ‘मनु’

पहाड़
विराट है
उसमें नैतिकता है
वो मानवता का संबल है
वह दंभी नहीं
अंहकारी भी नहीं
सिर उठाकर जीने की
ताकत देता है पहाड़।

2 टिप्‍पणियां:

यहाँ तक आएँ हैं तो दो शब्द लिख भी दीजिएगा। क्या पता आपके दो शब्द मेरे लिए प्रकाश पुंज बने। क्या पता आपकी सलाह मुझे सही राह दिखाए. मेरा लिखना और आप से जुड़ना सार्थक हो जाए। आभार! मित्रों धन्यवाद।