28 सित॰ 2010

gajal-...जाम चलता है.

किस से अब किसका काम चलता है
बाप बेटे का नाम जपता है
तुम मेरे न हो सके क्या कीजे
बिन तुम्हारे भी काम चलता है
पाल लेता है कुछ भ्रम इन्सान
के उसके कहने से राम चलता है
अब तो घर चलाती हैं बेटियां
घर में बेटों का जाम चलता है.
-मनोहर चमोली 'मनु '.

1 टिप्पणी:

  1. अब तो घर चलाती हैं बेटियां
    घर में बेटों का जाम चलता है.

    -हम्म!! सही है..

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